Monday, December 5, 2011

Ande ka Funda



विकट बुद्धि V

एक बार बैठे बैठे विकट बुद्धि ने हम सबों से एक पहेली पुछा -"मुर्गी पहले आई या अंडा ?"
मैंने बोला -"मुर्गा |"
वो हँसते हुए बोला - "तुम बहुत नटखट हो , कैसे यह सब सोच लेते हो "
मैंने उससे पुछा -"मैं भी एक पहेली पूछुंगा , बूझोगे?"
"कौन सी बड़ी बात है - पूछो "
मैंने एक बहुत ही पुराना Classic and Simple सा सवाल पुछा जो बचपन में हम सभी ने जाना था - "एक अंडा पहली मंजिल से गिर गया , मगर वो फूटा ही नहीं | क्यूँ ?"
"यह तो आसान है , पहले बताओ कहीं वो हाथी का अंडा तो नहीं था?"
मेरे दोस्त ने खिंचा -"हाथी का भी कहीं अंडा होता है , तुम बताओ "
"अच्छा तो फिर डायनासोर का होगा , वही नहीं फूट सकता "
दुसरे दोस्त ने कहाँ -"गधे का नहीं?, अंडा किसका देखा है तुने ?"
"मैंने तो सिर्फ मुर्गे का खाया है  "
मैंने कहा -"चल, तेरे लिए मुर्गी का अंडा था , अब बूझो ?"
"ज़रूर नीचे स्विमिंग पूल होगा|"
सभी ने एक साथ कहा -"बहुत ही विकट है तू, अरे यार नीचे फर्श था Tiles वाला  "
बहुत देर तक उसने अपना सर खुजाया , और हमसे रहा नहीं गया तो मैंने उसका उत्तर दे दिया -"जाखो राखे सैयां , मार सके ना कोई (If God wants to save somebody, then nobody can kill him.)"

"यह तो बहुत ही बेकार था "
मैं उसे फांसते हुए कहा -"एक और सवाल है - वही अंडा जब दूसरी मंजिल से गिरा , फिर भी वो नहीं फुटा | क्यूँ?"
"जाखो राखे सैयां , मार सके ना कोई"
मेरे मित्र ने बयां किया -"अरे यह तो पहले वाले सवाल का ज़वाब था ,, कुछ नया सोचो "
"तुम लोग कहाँ से ऐसे सवाल लाते हो , मैं नहीं जानता "
"हिम्मत मत हारो , कुछ तो बोलो " हमने उसे साहस दिया |
इसका भी जब ज़वाब नहीं था उसने हार मान लिया | हमने मज़ाक नहीं उड़ाया पर किसी तरह हँसी रोक ली |
"क्यूंकि उसको Confidence आ गया था , Simple |"

आख़िरकार वो बिदकते हुए बोला - "तुम बहत नटखट हो | अब जो भी पूछोगे तो मैं जवाब दे दूंगा "|
तीसरे दोस्त ने सवाल दागा -"लेकिन जब वो तीसरी मंजिल से गिरा तो फूट गया | क्यूँ?"
"अरे , इस बार फूट गया , यह तो twist हो गया , क्या बात करते हो "
हम सब ने चुटकी लेते हुए कहा -"अब बोलो "
"शायद over -confidence हो गया होगा "
सही ज़वाब था , लेकिन हमें तो मज़ा लेना था आखिर हम थे कमीने |
"गलत ज़वाब, क्या तुम confident हो ?"
वो फिर से अपना सर खुजाते हुए बोला -"मैं हार गया "
दुसरे दोस्त ने कहा -"अबे अंडा है, कहीं से भी गिरेगा तो फूटेगा |"
अब उससे रहा नहीं गया | बकवास बोलते हुए वो जाने लगा | मैंने उसे रोका और बोला -"भाई अभी सवाल बाकी है "

"अच्छा , तो फिर पूछो ? देखे ज़रा "
मैंने पुछा -"जब वो अंडा चौथी मंजिल से गिरेगा तो , वो फूटेगा या नहीं ??"
"हहहहा हाहाह हा हा हा , तुम बड़े बदमाश हो यह भी कोई सवाल है , जाओ मैं ज़वाब नहीं देता "
हमने बोला -"ठीक है , चलो अपना अपना काम करते है " यह बोल कर मैं वापस अपने लैपटॉप पे लौट गया |
वो बेचैन हो कर बोला - "इसका Answer क्या है "
मैंने बोला -"It depends on my mood"

थोड़ी देर बाद मेरे दोस्त ने उससे पुछा - "चाय पीने चलोगे क्या "
और हम सब चाय के टेबल पर बैठ गए , विकट बुद्धि ने कुछ नहीं बोला तो मैंने कहा - "मैं तुम्हे एक मौका और दूंगा, फिर से पहेली पूछता हूँ "
मैंने पुछा -"अगर एक मुर्गी का अंडा पहली मंजिल से गिरेगा और नहीं फूटता है तो ?क्या Answer होगा ?"
उसने बोला - "जाखो राखे सैयां , मार सके ना कोई"
मैंने कहा -"गलत | वो Boiled था |"


-© 2011 सत्य घटना पर आधारित 

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