विकट बुद्धि XVII
बिरयानी एक ऐसा डिश है जिसके शौक़ीन हम सारे दोस्त हैं , बात बात पर इसकी कसमें खाते रहते है | अच्छी बिरयानी और उसकी सुगंध के हम कायल है , मैंने तो तीन ब्लॉग भी लिख डाला है | ऑफिस में शर्तें तो लगती रहती है , कभी सचिन के शतक पर, सहवाग के छक्कों, बारिशों के होने पर या फिर कितना salary hike किसको मिलेगा | हम लोगों की तो बात ही निराली है , हमारे दल में अगर किसी ने भी कोई बात छेड़ी तो तुरंत बिरयानी की शर्त लगती है और हारने पर सबको बिरयानी खिलानी पड़ती है | खाते वक़्त अगर कोई कोकाकोला आर्डर करे तो नहले पे दहला | विकट आजतक इसी उम्मीद में है की शायद एक बार जीत जाए | जनाब आजतक हारते आये है और हम सभी बिरयानी खाते आये है|
ऐसे ही किसी दिन विकट ने बड़े confident से एक शर्त लगा डाली, आखिर उम्मीद से दुनिया चलती है | शर्त की अहमियत सिर्फ इतनी थी मेरा एक मित्र जो सिगरेट पीता है उसको एक हफ्ते के लिए छोड़ना होगा | छोटी सी बात थी, मेरा दोस्त शर्त जीत गया | हमने छक कर बिरयानी खायी | उसके बाद तो तांता ही लग गया | हालत इस कद्र तक आ गिरी की विकट ने यहाँ तक बोल दिया की अगर वो जीत गया तो जीतने की ख़ुशी में हमसबों को बिरयानी खिलायेगा| वो अलग बात है की हमसे मुकाबला आसान नहीं होता | खुद लगता है , खुद हारता है और फिर उम्मीद खुद ही रखता है| हमारी लाख चेतावनी के बाद भी हिम्मत नहीं हारता पर शर्त जरूर हार जाता है|
एक दिन ऐसे ही बैठे हुए , सामने गूगल की खिड़की खुली हुई थी , पूछता है - "अच्छा मैं तुमलोगों से कुछ प्रश्न करूँगा , ज़वाब दे पाओगे ?"
"लगी शर्त "
"हाँ हाँ , जिसकी भी लगानी है लगा लो "
"बिरयानी की "
"चलेगा "
मैंने कहा "यार , इस बार बिरयानी 'दम पुख्त' में खायेंगे "
"जहां भी खाना है , जीतूँगा मैं ही "
"सोच लो , 5Star होटल है "
"उससे क्या हुआ "
"एक बिरयानी 900 रुपये की होती है "
"हाहाहा जीतूँगा मैं ही , खूब खाऊंगा फिर तो मैं "
"टैक्स अलग से , विकट, सोच लो बाद में मत बोलना की हमने आगाह नहीं किया "
हमारे लाख चेतावनी के बाद भी अड़ा रहा , हमने बोला चलो आज दम पुख्त के दस्तरखान में उम्दा बिरयानी का लुफ्त उठा ही लिया जाये , आखिर किस्मत खुद तिलक लगा रही है |
और हमेशा की तरह हम शर्त जीत गए |वो कहते है की शर्त के दूसरी तरफ एक समझदार इंसान होता है , सही कहते है |
इस धक्के के बाद , विकट से बात हुई |
"यार, अगर तेरी शादी हो जाएगी तो बीवी को बिरयानी खिलाने ले जाओगे ?"
विकट ज़वाब देता , उसके पहले एक मित्र ने चुटकी ली - "उसको बोलना , बेवकूफ , शर्त लगा लो , खिला देता हूँ "
-© 2011 सत्य घटना पर आधारित
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