Wednesday, December 14, 2011

Bike on the Rocks

विकट बुद्धि XI
अब हमें विकट बुद्धि के साथ कैफेटेरिया में टाइम पास करने की आदत सी हो गयी है, उसके जोक्स जो इतने मजेदार और मूल होते है | कोई भी दीवाना हो जायेगा |
हर दिन की शुरुआत जैसे सूरज के आने से होती है , हमारी खुशहाली ऑफिस के कामों के बावज़ूद विकट बुद्धि के आने से होती है |
हमेशा की तरह विकट मुश्कुराते हुए हमारी तरफ देखता है जैसे कल का कोई सवाल का ज़वाब Google में मिल गया|
ऐसे ही एक दिन मैंने उससे पुछा - "क्या हुआ ?"
"तुम्हे पता है - एक नयी Bike आई है , जो पथ्थरों पर भी जा सकती है "
मेरे दोस्त ने कहा - "अच्छा कहाँ देखा ऐसी Bike को?"
"TV पर, कल ही नया advertisement देखा था "
"अच्छा, किस कंपनी की Bike है ये?"
"वो पता नहीं "
"नाम क्या है "
"नाम में क्या रखा है, कुछ भी रख दो |"
मैंने बीच में बोला -"फिर क्या अच्छा है , पथ्थरों पे चलना "
उसने कहा - "और क्या , Bangalore के सड़को पर आराम से चलेगी "
हमारी हंसी तो बस फूटने ही वाली थी की उसने बोला - "मैं खरीदूंगा उसे "
मैंने बहुत ही गंभीरता से पुछा - "बिना Test Drive के ? क्या Features है उसके ?"
"वो मैं गूगल से पता कर लूँगा , फ़ोन पर "
"Google का फ़ोन नंबर है क्या "
"वो छोड़ो, मैं फ़ोन कर के showroom वाले से पूछ कर बता दूंगा ? और उसका नंबर Google से मुझे मिल जाएगा "

"कितने CC की है , कितना BHP है ?" यह सब सवाल सुन कर वो अचानक से बोल पड़ा -"इसका एक नया color है , unique , एक दम नया | मैं तो वही लूँगा |"
मेरे दुसरे मित्र ने जो अभी अभी आया , पूछ डाला -  एकदम फ़िल्मी - "कितना देती है?"
मेरे मित्र ने तुरन्त ही दूसरा सवाल दाग दिया ,"कितने की है ?"
"पता नहीं , कितने की होगी 70 -80 हज़ार से ज्यादा थोड़े ही होगी?"
मैंने मज़ाक छेदा -"70 -80 में अच्छी Bike , हम्म्म्म कैसे, Second Hand ? अरे second -hand होने में कम से कम एक साल लगेगा |  "
यह सब सुन कर वो अपना सर खुजाने लगा |

दुखती राग पे हाथ रखते हुए किसी ने पीछे से आवाज़ उठाई - "पैसे हैं ? "
"नहीं, But क्रेडिट कार्ड से  , I can have Visa Power "
"तो इसका मतलब तुम्हारे पास पैसे  भी नहीं है और क्रेडिट कार्ड भी नहीं "

वो सोच में पड़ गया , हमने उसे समझाया क्रेडिट कार्ड और उसके दुरुपयोग | इतना ज्ञान काफी था शायद , यह सोच कर वापस हम अपने अपने काम में लग गए , आखिर सुबह शुरू ही हुई थी|
लंचटाइम में वो हमारे साथ नहीं था | पता चला की किसी क्रेडिट वाले के साथ फॉर्म भर रहा था |
और शाम को test drive भी दर्ज़ करा रखा था |

अगले दिन जब हमने पुछा की -"तब, Bike खरीदने की खुशखबरी कब दोगे ?"
उसने तपाक से ज़वाब दिया - "मैं अब कार खरीदूंगा "
"वो क्यूँ भला, कौन सा ?"
"वो पता नहीं, सुना है कोई नई कार आनेवाली है |"
मैंने बोला - "पथ्थरों पर चलने वाली ?"

-© 2011 सत्य घटना पर आधारित 



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